tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post2566617865876353439..comments2024-03-01T14:11:09.785+05:30Comments on बिजूका: बिजूका http://www.blogger.com/profile/10014371426239901036noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-40205695872574417112018-06-04T22:59:43.455+05:302018-06-04T22:59:43.455+05:30हार्दिक शुक्रिया दिनेश जी। इस लेख में जो छूट रहा ह...हार्दिक शुक्रिया दिनेश जी। इस लेख में जो छूट रहा है, उसे यदि आप आगे बढ़ाएं तो अच्छा होगा। इस विषय पर एक बेहतर समझ विकसित होगी। अपनी चाहे तो विस्तार से यही कह दीजिए या स्वतंत्र लेख दीजिए। प्राकाशित कर हमें ख़ुशी होगी। यह मंच संवाद के लिए ही है।सत्यनारायण पटेल, कहानीकार, उपन्यासकार, इन्दौरhttps://www.blogger.com/profile/11051949687014113807noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-15423871428863274392018-06-04T20:23:50.558+05:302018-06-04T20:23:50.558+05:30बंधु, समुचित विश्लेषण के लिए बधाई! लेकिन, और यह मह...बंधु, समुचित विश्लेषण के लिए बधाई! लेकिन, और यह महत्वपूर्ण लेकिन है, क्या आपको नहीं लगता कि वर्तमान भारतीय परिप्रेक्ष्य में निष्क्रिय विश्लेषण से अधिक की ज़रूरत है. लोगों को तत्काल विश्लेषण-युक्त सक्रिय दिशा देने का समय आ चुका है.Dinesh Shakulhttps://www.blogger.com/profile/00988535823312181250noreply@blogger.com