tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post3884508325671262711..comments2024-03-01T14:11:09.785+05:30Comments on बिजूका: बिजूका http://www.blogger.com/profile/10014371426239901036noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-86818164483513209572017-12-06T14:49:18.924+05:302017-12-06T14:49:18.924+05:30हमारे समय के जटिल यथार्थ को अभिव्यक्त करने की जैसी...हमारे समय के जटिल यथार्थ को अभिव्यक्त करने की जैसी क्षमता ,जैसी मारकता अंजनी की कविता में है वैसा कम ही कवियों के यहाँ है । समकालीन हिन्दी कविता का यह कवि मुकाबले अपने समकालीनों के लगातार बेहतर कर रहा हैं । इसमें कोई दो राय नहीं कि वे आगे के दिनो में प्रतिनिधि कवियों में शुमार किये जाएं ।Indra rathorenoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-73212819053480240002017-12-06T14:38:32.771+05:302017-12-06T14:38:32.771+05:30हमारे समय के जटिल यथार्थ को अभिव्यक्त करने की जैसी...हमारे समय के जटिल यथार्थ को अभिव्यक्त करने की जैसी क्षमता ,जैसी मारकता अंजनी की कविता में है वैसा कम ही कवियों के यहाँ है । समकालीन हिन्दी कविता का यह कवि मुकाबले अपने समकालीनों के लगातार बेहतर कर रहा हैं । इसमें कोई दो राय नहीं कि वे आगे के दिनो में प्रतिनिधि कवियों में शुमार किये जाएं ।Indra rathorenoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-47341952964636396452017-12-04T20:40:39.773+05:302017-12-04T20:40:39.773+05:30प्रसंगिक कविताएं। प्रसंगिक कविताएं। शाहनाज़ इमरानी https://www.blogger.com/profile/09849083856013291805noreply@blogger.com