tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post5105243451467098658..comments2024-03-01T14:11:09.785+05:30Comments on बिजूका: ग़ज़ल : मुजाहिरनामा : मुनव्वर रानाबिजूका http://www.blogger.com/profile/10014371426239901036noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-73178081475893832372022-04-20T01:12:24.346+05:302022-04-20T01:12:24.346+05:30अगर बाहर में 212 212 हैं तो क्या
2 मात्रा के शब्द ...अगर बाहर में 212 212 हैं तो क्या<br />2 मात्रा के शब्द का अगला शब्द एक मात्रा का ही हो(जैसे - मैं जिंदा हूँ अभी 212 212<br />या समूह मे भी मात्रा गणना हो सकती हैं<br />(जैसे - नज़ारा जुदा है)Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06495892247597460206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-18877406898768444722022-04-20T01:05:25.745+05:302022-04-20T01:05:25.745+05:30क्या ग़ज़ल की बहर में मिसरा
212 221 121 112 122 है त...क्या ग़ज़ल की बहर में मिसरा<br />212 221 121 112 122 है तो इन तरह होना चाहिए कि हर शब्द में वैसा का वैसा मात्रा भार आये<br /><br />इस तरह होगा<br />��<br />हमें कहाँ फुरसते कि दो घड़ी सांस भी ले!<br /><br />या इस तरह से होगा<br />��<br />जो ख़ुदा को मंजूर था मियाँ वही तो हुआ!!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06495892247597460206noreply@blogger.com