tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post5655893422089963469..comments2024-03-01T14:11:09.785+05:30Comments on बिजूका: बिजूका http://www.blogger.com/profile/10014371426239901036noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-2319807306782997812018-02-10T14:01:02.538+05:302018-02-10T14:01:02.538+05:30Pravesh Soni जी शुक्रिया कहानी पढ़ने के लिए दरअसल ...Pravesh Soni जी शुक्रिया कहानी पढ़ने के लिए दरअसल तृषा एक ऐसी महिला है, जो अकसर पुरुषों की संकुचित मानसिकता का शिकार हो जाती है. लोग उसे शरीर तक ही सीमित करते हैं जब आरव ऐसा नहीं करता तो वह उससे बहुत प्रभावित होती है. मैंने यही दर्शाने की कोशिश की थी.अभिव्यक्तिhttps://www.blogger.com/profile/14376772098604146399noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-23208792135727792542018-02-09T14:35:28.134+05:302018-02-09T14:35:28.134+05:30अच्छी लगी कहानी |लेकिन अंत में केब के अन्दर तृषा औ...अच्छी लगी कहानी |लेकिन अंत में केब के अन्दर तृषा और आरव को मर्यादित बताना समझ नहीं आया |यह लेखक के लिए क्यों आवश्यक रहा ,जबकि वो अच्छे दोस्त साबित हो चुके थे |दोस्ती में जेंडर वाइस वर्गीकरण खलता है ....शायद यह मेरी अल्प समझ ही हो <br /><br />शुभकामनाएं<br />रचना प्रवेशhttps://www.blogger.com/profile/04303836897391156919noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-53683721293838883992018-02-07T15:44:19.030+05:302018-02-07T15:44:19.030+05:30आभार अखिलेश्वर जीआभार अखिलेश्वर जीअभिव्यक्तिhttps://www.blogger.com/profile/14376772098604146399noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-78818092730353473772018-02-06T12:24:26.870+05:302018-02-06T12:24:26.870+05:30नये मिजाज की कहानी. स्वागत है रजनीश जी का.नये मिजाज की कहानी. स्वागत है रजनीश जी का.Akhileshwar Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/10881251799462130074noreply@blogger.com