tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post7739418803219958106..comments2024-03-01T14:11:09.785+05:30Comments on बिजूका: 'दुविधा' : मणि कौलबिजूका http://www.blogger.com/profile/10014371426239901036noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-23331621500143839822011-07-18T10:17:48.645+05:302011-07-18T10:17:48.645+05:30आपने सही कहा इस तरह की बेहतरीन फालतू फिल्में वे ह...आपने सही कहा इस तरह की बेहतरीन फालतू फिल्में वे ही लोग देखते हैं जिनके पास फालतू ( ! ) वक्त हो फालतू चीज़ों के लिए. जो तंगहाल शहरी जीवन में रेगिस्तान के सपने देखते हों, जो दूर आकाशगंगाओं कि निरर्थकता पर मज़ा लेते हों, जो समंदर में कहीं अनजाने द्वीपों कि कल्पना करते हों, और जिन्हें कहानियां सुनने के लिए बहाने न खोजना पड़ते हों !सारंग उपाध्यायhttps://www.blogger.com/profile/17795587397011357768noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-90756890368940575252011-07-14T15:53:46.069+05:302011-07-14T15:53:46.069+05:30रघु से इसी तरह के और भी reviews की उम्मीद है....!रघु से इसी तरह के और भी reviews की उम्मीद है....!Amey Kanthttps://www.blogger.com/profile/06931849383269667016noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-66085913503920334832011-07-14T13:37:32.924+05:302011-07-14T13:37:32.924+05:30ACHCHHE TIPANI HAI....AMEY BADHIYA KAAM HAI...SILS...ACHCHHE TIPANI HAI....AMEY BADHIYA KAAM HAI...SILSILA ZARI RAKHO...SHUBHKAMANAYE<br />SATYANARAYAN PATElसत्यनारायण पटेल, कहानीकार, उपन्यासकार, इन्दौरhttps://www.blogger.com/profile/11051949687014113807noreply@blogger.com