tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post4823183124139027459..comments2024-03-01T14:11:09.785+05:30Comments on बिजूका: बिजूका http://www.blogger.com/profile/10014371426239901036noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-19851614735763218252018-09-26T12:42:36.608+05:302018-09-26T12:42:36.608+05:30अच्छा प्रयोग है। कविता जीवन का िहिस्सा है, यह क...अच्छा प्रयोग है। कविता जीवन का िहिस्सा है, यह कहने की जगह अगर हम उसे जीवन में कहीं िकिसी खास जगह रखकर सोचते हैं तथा उसे िलिखते हैं तो कविता का जीवंत होना प्रत्यक्ष हो जाता है। तब उसे किसी अतिरिक्त टिप्पणी या प्रमाण की आवश्यकता नहीं रहती। साधुवाद टीकाकार और कवि दोनों के प्रति। bodhihttps://www.blogger.com/profile/14658466499365541923noreply@blogger.com