tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post7509565825442867015..comments2024-03-01T14:11:09.785+05:30Comments on बिजूका: कविताएँ : नितीश मिश्रबिजूका http://www.blogger.com/profile/10014371426239901036noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-9176111020869779708.post-86568894288211281952016-08-16T19:54:45.376+05:302016-08-16T19:54:45.376+05:30मिश्रा जी आपने पहली कविता में शहर का सजीव चित्रण ब...मिश्रा जी आपने पहली कविता में शहर का सजीव चित्रण बखूबी किया हैं, दूसरी में नये रूपकों के साथ सुंदर प्रयोग किया है, माँ भी संजोया हुआ शब्द विन्यास हैं, दीवारों का अनुप्रयोग बेहतर हैं, और प्रेमपत्र सटीक तंज़ हैं ...<br />--- अर्पण जैन 'अविचल'Arpshttps://www.blogger.com/profile/14810093778362287276noreply@blogger.com