साहित्य
ही सच्चा इतिहास है, क्योंकि उसमें अपने देश और काल का जैसा चित्र होता
है, वैसा कोरे इतिहास में नहीं हो सकता| घटनाओं की तालिका इतिहास नहीं है
और न राजाओं की लड़ाइयाँ ही इतिहास है| इतिहास जीवन के विभिन्न अंगों की
प्रगति का नाम है और जीवन पर साहित्य से अधिक प्रकाश और कौन वस्तु डाल सकती
है, क्योंकि साहित्य अपने देशकाल का प्रतिबिम्ब होता है
मुंशी प्रेमचन्द
मुंशी प्रेमचन्द
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