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सत्यनारायण पटेल हमारे समय के चर्चित कथाकार हैं जो गहरी नज़र से युगीन विडंबनाओं की पड़ताल करते हुए पाठक से समय में हस्तक्षेप करने की अपील करते हैं। प्रेमचंद-रेणु की परंपरा के सुयोग्य उत्तराधिकारी के रूप में वे ग्रामांचल के दुख-दर्द, सपनों और महत्वाकांक्षाओं के रग-रेशे को भलीभांति पहचानते हैं। भूमंडलीकरण की लहर पर सवार समय ने मूल्यों और प्राथमिकताओं में भरपूर परिवर्तन करते हुए व्यक्ति को जिस अनुपात में स्वार्थांध और असंवेदनशील बनाया है, उसी अनुपात में सत्यनारायण पटेल कथा-ज़मीन पर अधिक से अधिक जुझारु और संघर्षशील होते गए हैं। कहने को 'गांव भीतर गांव' उनका पहला उपन्यास है, लेकिन दलित महिला झब्बू के जरिए जिस गंभीरता और निरासक्त आवेग के साथ उन्होंने व्यक्ति और समाज के पतन और उत्थान की क्रमिक कथा कही है, वह एक साथ राजनीति और व्यवस्था के विघटनशील चरित्र को कठघरे में खींच लाते हैं। : रोहिणी अग्रवाल

01 अक्टूबर, 2024

विलियम बटलर येट्स की कविताएं:- दूसरी कड़ी

 

बाईजेंटियम के लिए नौकायन


वह देश बूढ़े लोगों के लिए नहीं है। 

नौजवान

एक दूसरे की बाहों में, पेड़ों पर पक्षी,

वे  मरणशील पीढ़ियां – गीत गा रही हैं,

सामन-झरने, मैकेरल से भरे समुद्र,

मछली, मांस, या पक्षी, गर्मी का मौसम-सब कहते हैं 

जो भी प्रजात है, उसने जन्म लिया, और मर जाता है।

कामुक संगीत से मोहित हो कर सब उपेक्षा करते हैं 

कालातीत ज्ञान के स्मारकों की।






   








 II 


बूढ़ा आदमी एकदम मामूली चीज़ होता है,

छड़ी पर टंगे फटे कोट सा, जब तक कि

आत्मा ताली बजा कर नाचती और जोर से गाना नहीं गाती है 

अपनी नश्वर पोशाक में लगे हर पैबंद के लिए,

गायन स्कूल नहीं जाना बल्कि देखना है

अपनी ही भव्यता के स्मारकों को;

और इसलिए मैं समुद्र के लिए निकल पड़ा और पहुंचा हूँ  

बाईजेंटियम के पवित्र शहर में।


   III 

आह परमेश्वर की पावन अग्नि में खड़े हुए ज्ञानी 

दीवार पर सोने की पच्चीकारी की तरह,

एक चक्र में जड़े  पवित्र अग्नि से आओ,

और मेरी आत्मा के गायन- गुरु बन जाओ।

इच्छा करने से बीमार हुए और 

एक मरते हुए जानवर से बंधे मेरे हृदय को नष्ट कर दो

यह नहीं जानता कि यह क्या है; और मुझे 

अनंत काल की कौशल में समेट लो।


IV


एक बार प्रकृति से बाहर जाने के बाद मैं कभी धारण नहीं करूंगा 

किसी भी प्राकृतिक वस्तु से अपना शारीरिक चोला,

बल्कि ऐसा रूप होगा जो यूनानी सुनार गढ़ते हैं 

अंकित सोने और सोने की मीनाकारी का 

किसी ऊंघते हुए सम्राट को जगाये रखने के लिए;

या फिर एक स्वर्ण शाखा पर बैठ जाऊंगा गाना के लिए 

बाईजेंटियम  के लॉर्ड्स और महिलाओं के लिए यह बताने के लिए 

क्या अतीत था, क्या चल रहा है, या आने वाला है।


०००




गोधूलि में


थके समय में थका हुआ दिल,

गलत और सही के जाल को तोड़ो;

दिल, फिर से हँसो धुंधली सांझ में,

दिल, फिर से आह भरो, सुबह की ओस में।

तुम्हारी मातृभूमि आयरलैंड हमेशा जवान है,

ओस हमेशा चमकती है और गोधूलि धूसर है;

हालांकि आप निराश हो रहे हैं और प्यार घट रहा है,

मिथ्यावादी जीभ की आग में जलते हुए।

 दिल, यहां आओ, जहां पहाड़ियां ही पहाड़ियां हैं:

क्योंकि वहां गूढ़ भाईचारे के लिए

सूर्य और चंद्रमा और कंदरा और वन 

और नदी और धारा अपनी इच्छा से चलते हैं;

और परमेश्वर अपने एकमात्र सींग को घुमाते हुए खड़ा है,

और समय और दुनिया हमेशा उड़ रहे हैं;

और प्रेम धूसर सांझ जितना दयालु नहीं है,

और उम्मीद सुबह की ओस जितनी प्रिय नहीं है।

०००



कवि अपनी प्रेयसी से कहता है 


मैं विनीत हाथों से लाया हूँ तुम्हारे लिए

अपने अगणित सपनों की किताबें,

श्वेत औरत जिसे जुनून ने थका दिया

जैसे ज्वार घिस देता है कबूतर से भूरे बालू को,

और सींग से ज्यादा पुराने दिल के साथ

जो समय की मद्धिम आग से भरा  है:

असंख्य सपनों वाली श्वेत औरत,

मैं तुम्हारे लिए अपनी भावुक कवितायें लाया हूँ।

०००












वह अलौकिक वस्त्रों की कामना करता है 

 

अगर मेरे पास स्वर्ग के बूटेदार वस्त्र होते,

सोने और चांदी के प्रकाश से बने हुए,

नीले और हल्के और गहरे रंग के वस्त्र

रात और प्रकाश और आधे प्रकाश के,

मैं वे वस्त्र तुम्हारे पैरों तले बिछा देता:

मगर, गरीब होने के कारण, मेरे पास बस मेरे सपने हैं;

मैंने अपने सपने तुम्हारे पैरों तले बिछा दिए हैं;

धीमे चलो क्योंकि तुम मेरे सपनों पर चल रही हो।

०००


कवि का परिचय 

विलियम बटलर येट्स का जन्म 13 जून, 1865 को, डबलिन, आयरलैंड में हुआ था। उनका बचपन काउंटी स्लाइगो और लंदन में बीता था। वह अपनी शिक्षा और चित्रकला का अध्ययन जारी रखने के लिए पंद्रह साल की उम्र में डबलिन लौट  आए, लेकिन जल्दी ही उन्होंने कविता को प्राथमिकता दी। येट्स ने सेल्टिक पुनरुद्धार में रूचि ली तथा उनके लेखन में आयरिश पौराणिक कथाओं और लोककथाओं के प्रभाव के साथ-साथ रहस्य-

भावना, प्रतीक योजना और संगीत की प्रधानता है। इसके अलावा उनकी कविता पर एक शक्तिशाली प्रभाव आयरिश क्रांतिकारी मॉड गोन है। मॉड गोन भावुक राष्ट्रवादी राजनीति और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। मॉड गोन ने येट्स द्वारा बार-बार किये गए प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा कर जॉन मैकाब्राइड के साथ विवाह कर लिया और येट्स से अलग हो गयी थी। येट्स ने भी जोर्जी हाइड लीस से शादी की थी, फिर भी मॉड गोन उनकी कविता में प्रमुख प्रेरणा बनी रही थी।


येट्स आयरलैंड में राजनीति में गहराई से जुड़े हुए थे। आयरलैंड के इंग्लैंड से स्वतंत्र हो जाने के बावजूद, येट्स की कविताओं में उनके देश की राजनीतिक स्थिति के बारे में बढ़ता हुआ निराशावाद परिलक्षित होता है। वह दो बार आयरिश सीनेटर रहे। वह लेडी ग्रेगरी, एडवर्ड मार्टिन और दूसरों के साथ आयरिश साहित्यिक पुनरुद्धार के पीछे एक प्रेरणा शक्ति थी। उन्हें महत्वपूर्ण सांस्कृतिक नेता और एक प्रमुख नाटककार के रूप में याद किया जाता है। वह डबलिन में प्रमुख ऐबे थियेटर के संस्थापकों में से एक और अंग्रेजी के प्रतिनिधि कवि थे। उनके प्रमुख नाटक काऊंटेस कैथलीन, कैथलीन नी हौलिहान, दि ड्रीमिंग ऑफ़ दि बोन्स, दि ऑवर ग्लास, दि ग्रीन हेलमेट, मोसादा, पॉट ऑफ़ बरोथ, दि किंग्स थ्रेशहोल्ड, दि लैंड ऑफ़ हार्ट्स डिजायर हैं। कविता संकलन, दि टावर, दि वाइंडिंग स्टेयर एंड अदर पोयम्स और ईस्टर 1916 हैं। कहानी संकलन दि सेल्टिक ट्वीलाईट: फेयरी एंड अदर फोक टेल्स ऑफ़ आयरलैंड और स्टोरीज ऑफ़ रेड हैनराहन: विद दि सीक्रेट रोज एंड रोजा एल्केमिका हैं। येट्स को 1923 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया और 1939 में उनका निधन हो गया था।

०००


अनूवादिका का परिचय 


सरिता शर्मा (जन्म- 1964) ने अंग्रेजी और हिंदी भाषा में स्नातकोत्तर तथा अनुवाद, पत्रकारिता, फ्रेंच, क्रिएटिव राइटिंग और फिक्शन राइटिंग में डिप्लोमा प्राप्त किया। पांच वर्ष तक नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया में सम्पादकीय सहायक के पद पर कार्य

किया। बीस वर्ष तक राज्य सभा सचिवालय में कार्य करने के बाद नवम्बर 2014 में सहायक निदेशक के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृति। कविता संकलन ‘सूनेपन से संघर्ष, कहानी संकलन ‘वैक्यूम’, आत्मकथात्मक उपन्यास ‘जीने के लिए’ और पिताजी की जीवनी 'जीवन जो जिया' प्रकाशित। रस्किन बांड की दो पुस्तकों ‘स्ट्रेंज पीपल, स्ट्रेंज प्लेसिज’ और ‘क्राइम स्टोरीज’, 'लिटल प्रिंस', 'विश्व की श्रेष्ठ कविताएं', ‘महान लेखकों के दुर्लभ विचार’ और ‘विश्वविख्यात लेखकों की 11 कहानियां’  का हिंदी अनुवाद प्रकाशित। अनेक समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में कहानियां, कवितायें, समीक्षाएं, यात्रा वृत्तान्त और विश्व साहित्य से कहानियों, कविताओं और साहित्य में नोबेल पुरस्कार विजेताओं के साक्षात्कारों का हिंदी अनुवाद प्रकाशित। कहानी ‘वैक्यूम’  पर रेडियो नाटक प्रसारित किया गया और एफ. एम. गोल्ड के ‘तस्वीर’ कार्यक्रम के लिए दस स्क्रिप्ट्स तैयार की। 

संपर्क:  मकान नंबर 137, सेक्टर- 1, आई एम टी मानेसर, गुरुग्राम, हरियाणा- 122051. मोबाइल-9871948430.

ईमेल: sarita12aug@hotmail.com



सभी चित्र फेसबुक से साभार 

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